सपनों की एक जर्नल रखें: बार-बार आने वाले विषयों और ट्रिगर्स की पहचान करने के लिए जागने के तुरंत बाद अपने सपनों को लिखें। बहुत सी बार तो आलम ये होता है कि आप सपने में इतना डर जाते हैं कि सोते सोते चीखने लगते हैं. रात में एंजायटी और https://real-directory.com/listings13426649/5-simple-techniques-for-shraddha-se-kiya-gaya-upay-hi-asar-dikhata-hai